रात हो चली थी। रेन धीरे धीरे कराह रहा था। दर्द से आह भरता हुआ ज़मीन पर बैठा था। बेला ने उसे कोई जवाब नहीं दिया जब उसने पूछा के तुम में मुझे उस क़ैद से आज़ाद क्यों किया?कुछ नर्मी से और ठहर ठहर कर बोली :" मैने कहा न सवाल मैं करुंगी!....अगर तुमने सच बताया तो मैं तुम्हें जाने दूंगी!" रेन ने कहा :" मुझे लगता है तुम सब कुछ जानती हो!...मैं एक जासूस हूं जो उस पार से आया हूं। पिछले छह सालों से यहां हूं और मैने बखूबी अपने काम को अंजाम दिया है। मुझे बड़ी मुश्किल से