**एपिसोड 19: साजिश का नया मोड़**रात के अंधेरे में समीरा अपने कमरे में बैठी उन सबूतों को देख रही थी जो उसने राहुल और सलोनी के खिलाफ इकट्ठा किए थे। उसकी आंखों में सवाल थे, दर्द था, और सबसे ज्यादा था धोखे का एहसास। विजय और बंटी ने उसे समझाने की कोशिश की थी कि जब तक पूरी सच्चाई सामने न आ जाए, तब तक कोई भी कदम उठाना खतरनाक हो सकता है। लेकिन समीरा के अंदर अब धैर्य नहीं बचा था। उसे सच चाहिए था और वो भी तुरंत।**एक अनजान कॉल**तभी उसका फोन बजा। स्क्रीन पर नंबर अनजान था।