अनुच्छेद पाँचगनपति के प्रकरण की जानकारी अंजलीधर को भी हुई। राम प्रसाद ने खुद आकर सारी बात उन्हें बताई थी। तभी से माँ जी बहुत बेचैन हैं। राम प्रसाद के छोटे-छोटे बच्चों का भविष्य उनके दिमाग में कौंध जाता। कमजोरों की ज़मीन पर लोग कब्जा कर रहे हैं। पर यहाँ तो गनपति और उनकी पत्नी का भी पता नहीं। उन्होंने कांति भाई को लगाया कि वे निबन्धन कार्यालय से वस्तुस्थिति की जानकारी करें। कान्ति भाई ने आकर बताया कि विश्रामपुर के खरचू ने गनपति को शराब पिलाकर उनका खेत लिखवा लिया। वे स्वयं गनपति और उनकी पत्नी को साथ लेकर