अनुच्छेद तीनअंजलीधर मड़ई में चौकी पर बैठी दो बच्चियों को गणित के प्रश्न हल करा रही थीं। सुबह का समय था दिन रविवार। अंगद डेयरी का दूध बाजार भेज चुके थे। रजिस्टर पर दूध का हिसाब अंकित कर वे निकले ही थे कि करीम ने आदाब किया। अंगद ने भी बढ़कर उनसे हाथ मिलाया। मोलहू और राम जियावन भी राम-राम कहते हुए अंगद से मिले। उनके पीछे तीनों की पत्नियाँ भी थीं। अंगद ने महिलाओं को भी प्रणाम किया। सातों लोग माँ अंजलीधर की मड़ई की ओर बढ़ गए। माँ ने इन लोगों को देखकर बच्चियों को कुछ सवाल हल