झलकारी बाई: वीरता की अमर कहानी

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सन् 1857 का प्रथम स्वतंत्रता संग्राम पूरे भारत में फैल चुका था। झाँसी की महारानी लक्ष्मीबाई अंग्रेजों से लोहा ले रही थीं, और उनके साथ एक ऐसी वीरांगना थी, जिसने अपने साहस, निष्ठा और बलिदान से इतिहास में अमर स्थान प्राप्त किया। उसका नाम था झलकारी बाई।शुरुआती जीवनझलकारी बाई का जन्म एक साधारण कोली परिवार में हुआ था। बचपन से ही वे अदम्य साहस और शारीरिक बल में दूसरों से आगे थीं। उन्होंने घुड़सवारी, तलवारबाजी और युद्ध कौशल में निपुणता हासिल की। उनकी वीरता और निर्भीकता देखकर लोग उन्हें छोटी रानी लक्ष्मीबाई भी कहने लगे।झाँसी की सेना में शामिल होनाझलकारी