जयदीप ने जैसे ही कार को मुख्य सड़क छोड़कर एक अन्य सड़क की ओर मुड़ते देखा वैसे ही उस इस बात का यकीन आ गया कि सुजान का खेल शुरू हो गया है।अभी तक तो वह मुख्य सड़क का जो भी थोड़ा बहुत ट्रैफिक था उसकी आड़ में अपने को रखे हुए था। किन्तु ईस दूसरी सड़क पर अगर टैक्सी ड्राइवर को अपने पीछे मोटर साइकिल की रोशनी नजर आई तो उसे तुरन्त अपने पीछा किए जाने का शक हो जाएगा।इस बात में भी जयदीप को कोई संदेह नहीं रहा था कि टैक्सी ड्राइवर भी सुजान से मिला हुआ है।लिहाजा