यह कहानी एक सुंदर और बुद्धिमान राजकुमारी चंद्रप्रभा की है, जो नौगढ़ के राजा वज्रकेतु की पुत्री थी। उसकी सुंदरता इतनी अद्वितीय थी कि स्वर्ग की अप्सराएँ भी उसके सामने फीकी लगतीं। परंतु सौंदर्य के साथ-साथ वह अत्यंत बुद्धिमान भी थी, और इसी कारण उसने प्रण किया था कि जो राजकुमार उसके 10 प्रश्नों के सही उत्तर देगा और चौसर के खेल में उसे पराजित करेगा, उसी से वह विवाह करेगी। अन्यथा, वह आजीवन अविवाहित रहेगी और सोचेगी कि भगवान ने उसकी टक्कर का कोई पुरुष बनाया ही नहीं। चंद्रप्रभा का एक और नियम था। जो भी राजकुमार परीक्षा में असफल