Shyari form Guri Baba - 2

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"गुरी के दिल में छुपा है एक ग़म,जो अक्सर उसे अकेला कर देता है।उसके चेहरे पर मुस्कान है हमेशा,पर दिल में कभी न खत्म होने वाली उलझन है।""गुरी की आँखों में ग़म छुपा है,जो कभी किसी ने देखा नहीं।वो हमेशा मुस्कुराता है,पर अंदर से टूटकर बिखरा हुआ है।""गुरी का दिल था एक छोटा सा मोती,जो कभी भी टूट सकता था।उसे कभी किसी ने समझा नहीं,और वह अपनी चुप्प में खो गया।""गुरी के जज़्बातों की कोई कीमत नहीं,जो वह अपने दिल में छुपाए बैठा था।जब भी वह अपनी कहानी सुनाता,वो सब बस ख़ामोशी में डूब जाता था।""गुरी की यादों में खोकर,उसने