"शुभम - कहीं दीप जले कहीं दिल"( पार्ट -४५)रूपा कहती हैं कि दिव्या हम दोनों की बेटी है।डॉक्टर शुभम आफिस में सोचता है कि यह कैसे हो सकता है?आखिर में शुभम को याद आ जाती है वह बरसात वाली रात ..वह उस बरसात की रात के बारे में बात कर रही थी..उस समय, युक्ति को एक समस्या आ गई थी, इसलिए वह कार लेकर रूपा के घर निकला था लेकिन कार में पंचर हो गया था और भारी बारिश हो रही थी।आखिर में कार वहां रखकर रिक्शा का इंतजार करता रहा ।भारी बारिश के कारण मैं भीग गया था।और आख़िरकार एक रिक्शा