बदलाव ज़रूरी है भाग - 8

 लीजिये पेश है इस शृंखला की आठवी कहानी जिसका शीर्षक है वृद्ध आश्रम एक वृद्ध आश्रम को चलाने वाली संस्था NGO के कार्यक्रम में पत्रकारों के सामने बड़ी -बड़ी बातें करते हुए देवयानी कह रही थी कि "कहते है जिस घर में बुज़ुर्ग हँसते हुए रहते है, उस घर में देवताओं का वास होता है. लेकिन आज के इस भौतिक युग में बुज़ुर्गों का हँसना और खुश रहना तो दूर की बात है आजकल तो घर के बुज़ुर्ग घर के पुराने समान की तरह हो गए हैं. जिन्हें बेकार का सामान समझ कर उनके अपने ही बच्चे, पहले उनके एकल