अनोखा विवाह - 16

सुहानी -अपना मुंह खोल अनिकेत के हाथ से एक कौर खा लेती है ,,,, अनिकेत, सुहानी से - अब तुम खुद खाओ इसी थाली में और हां ये बताओ आज बाहर चलोगी मेरे साथ ? सुहानी अपना सिर ना में हिलाते हुए ," नहीं हमें नहीं जाना " अनिकेत - क्यों, क्यों नहीं जाना कोई प्राब्लम है ?                               सुहानी - नहीं पर हमें बाहर अच्छा नहीं लगता , बहुत भीड़ होती है हमें डर लगता है भीड़ में