...!!जय महाकाल!!...अब आगे...!!द्रक्षता अपने रूम के बाल्कनी में खड़ी.....किसी को कॉल लगा रही थी.....वो अपनेआप से बड़बड़ाते हुए:यह रितिशा फोन क्यों नहीं उठा रही.....एक और बार ट्राई करती हु.....!!इस बार कॉल अटेंड हो चुका था.....सामने से किसी की रोने की आवाज आई.....द्रक्षता घबराते हुए:क्या हुआ.....रितिशा रो क्यों रही हो.....!!रितिशा सिसकते हुए:क्या बताऊं मैं.....तुम्हे अपने दिल का हाल.....कुछ समझ नहीं आ रहा मुझे.....!!द्रक्षता:तुम पहले बताओ तो सही हुआ क्या है.....जो रो रही हो.....!!रितिशा हिचकियां भरते हुए:आज.....पहली बार इतनी हिम्मत करके.....एक हैंडसम लड़के को प्रोपोज किया मैने.....और उसने क्या किया.....रिजेक्ट कर दिया मुझे.....यहां मेरी फैमिली मेरी शादी के पीछे पड़ी हुई है.....अगर