वसंत ऋतु का आगमन

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वसंत: एक नई शुरुआतगाँव में वसंत ऋतु का आगमन हो चुका था। ठंडी सर्दियों के बाद अब सूरज की किरणें हल्की गुनगुनी तपिश के साथ धरती को आलोकित कर रही थीं। खेतों में पीली सरसों लहराने लगी थी, आम के पेड़ों पर बौर आ गए थे, और कोयल की मीठी कुहू-कुहू सुनाई देने लगी थी। इसी गाँव में रहने वाला एक किसान, रघु, इस बदलाव को देखकर खुश था, लेकिन उसके दिल में चिंता की एक लकीर अब भी बनी हुई थी।संघर्ष और आशारघु का इकलौता बेटा, मोहन, पिछले साल शहर काम की तलाश में गया था, लेकिन कई महीनों