भाग 4: आत्मविश्वास की नई दिशाकाव्या के लिए विश्वविद्यालय का जीवन अब पहले से कहीं ज्यादा चुनौतीपूर्ण हो गया था। हर दिन कुछ नया सीखने को मिलता, और साथ ही संघर्ष की भी नई राहें सामने आतीं। कभी-कभी लगता जैसे वह इस दुनिया में अकेली हो, लेकिन फिर उसकी मुलाकात अमृता और सुमित से हुई, और इन दोनों ने उसे दिखाया कि यह सफर अकेला नहीं था।वह जब भी किसी कठिनाई का सामना करती, सुमित की वह बात याद आती—"तुम्हारे अंदर बहुत ताकत है, तुम्हें बस उसे पहचानने की जरूरत है।" इस एक वाक्य ने काव्या के दिल में आत्मविश्वास