(3) ( देश के दुश्मन ) काफ़ी हॉउस मे माया इंतजार कर रही थी, राहुल का, तभी कोई उसके हाथ मे रुका पकड़ा के नुकड़ मे ही कोई आगे निकल लोगों की भीड़ मे छुप गया था। तभी उसने दूर से राहुल को आते देखा... उसके वाल बिखरे हुए, चेहरा पसीने वाला रुमाल से पुझ रहा था, कितनी टेंशन थी, कितना दुःख था, कितना महूस हो चूका था... सास चढ़ी हुई थी। माया ने दूर