शुभम - कहीं दीप जले कहीं दिल (पार्ट -४२)डॉक्टर शुभम के घर बेटी प्रांजल और उसकी सहेली कुछ दिनों के लिए आती है। दोनों आकर कुछ करने वाले हैं।प्रांजल की सहेली दिव्या डाक्टर रुपा की भतीजी हैं ऐसा शुभम मानता है लेकिन रूपा बताती है कि वह हम दोनों की बेटी है।अब आगे दिव्या डाक्टर शुभम के लिए चाय और नाश्ता लेकर आती है।दिव्या:- 'अंकल, मैंने आपके लिए चपाटी बनाई है, अगर चाय और चपाटी का स्वाद अच्छा नहीं है, तो आप आपकी बेटी मानकर मुझे डांटना, मुझे गलत नहीं लगेगा। मैं भी आपकी प्रांजल की तरह आपकी बेटी हूं।'डॉक्टर शुभम:-'अच्छा