मधुलिका

**स्वर्ग और सौंदर्य की सीमा**  **भूमिका:**  कई युगों पहले, जब धरती पर दिव्यता और मानवता के बीच की दूरी कम थी, देवताओं की दृष्टि कभी कभी ऐसी स्त्रियों पर पड़ जाती थी, जिनकी सौंदर्य की छटा स्वयं स्वर्ग को चुनौती देती थी। ऐसी ही एक अद्भुत और अलौकिक सौंदर्य की धनी थी **मधुलिका**।          **भाग 1: सौंदर्य की देवी**  मधुलिका का जन्म एक साधारण गाँव में हुआ था, लेकिन उसमें असाधारण आकर्षण था। उसकी त्वचा चंद्रमा की तरह दमकती थी, उसकी आँखें गहरी रात के रहस्यों को समेटे थीं, और उसके होंठ वसंत की पहली कली की तरह कोमल और गुलाबी थे।