इधर उधर की - 4

कुमार सुपरवाइजर से भी जो उससे उम्र में बहुत बड़े थे से अबे तबे से बात करता और गधा कहता था।कुछ लोगो ने उसे मण्डल में आते ही लपक लिया था। पहले रेलवे केश रॉड साइड स्टेशनों का सेफ में जाता  था।मीटर गेज सेक्शन का अजमेर केश   ऑफिस और ब्रॉड गेज का रतलाम जाता था।आगरा फोर्ट,जमुना औऱ ईद गाह का बैंक में जमा होता था।इन स्टेशनों के बैंक  चालान सेफ में जाते थे।रेल जोन अलग होने पर सारी सेफ रतलाम और अजमेर चली गयी।एक दिन कंट्रोल msg मिला कि मुझे अजमेर केस ऑफिस से दस सेफ लानी है।मैं तुरन्त मण्डल