श्रेया का केबिनआकाश जैसे ही श्रेया के केबिन में आया उसने देखा कि श्रेया अपनी आंखे बंध करके कुर्सी पर बैठी हुई थी। अपने ख्यालों में खोई, शांत चेहरा लेकिन गंभीर भाव के साथ। वो उसके पास गया और उसकी चोट देखने के लिए उसने अपनी नजरे श्रेया के चेहरे से उसके पैरों पर की। "श्रेया..." आकाश के चिल्लाने की वजह से श्रेया डर से उठ गई। उसकी सास फूल गई थी और आंखे शोक से बड़ी। श्रेया उसे कुछ पूछ पाती उससे पहले ही आकाश ने उसकी कुर्सी दूसरी जगाह पे खींच ली। कुर्सी के पास पानी गिरा हुआ था जिस