पुराने लोग जानते हैं, आज से पचास साठ साल पहले लोग बाग अपने बच्चों के मुंह से अपने को माता पिता नहीं कहलवाते थे । अपने पिता को चाचा और मां को चाची पुकारते। मेरे चाचा डाक्टर थे और उन्हों ने अपना क्लीनिक अपने घर के निचले हिस्से में खोल रखा था। क्लीनिक अच्छा चलता था लेकिन उन के वारे न्यारे के बावजूद घर में बेरौनकी रहा करती। चाची अपना आधा समय नौकर चाकरों को चिल्लाहट देने में बितातीं और आधा समय चाचा से चिल्लाहट पाने में। चाची को अपने बाल बहुत प्यारे थे। उनके बाल थे भी बहुत अद्भुत।