किस्सा निरीक्षण।रेल मे इंस्पेक्शन चलते रहते हैं।कुछ किस्से आज बताता हूँ।पहले कोटा मण्डल के कुछ किस्सेरेल में भी सभी तरह के अधिकारी आते रहते है।कुछ अच्छे कुछ बुरे,कुछ सख्त कुछ सीधेकोटा मण्डल में DRM के पद्द पर थापर आये थे।बड़े ही कड़क।उन दिनों में बुकिंग में भी रहा और पार्सल में भी।बुकिंग मे मैं उस समय मे अस्सिस्टेंट सुपरवाइजर था।सुपरवाइजर थे।मीना लाल चतुर्वेदी।मथुराके रहने वाले।रोज मथ्यरुर्म मथुरा से up डाउन करते थे।हर दो महीने बाद DRM आगरा इंस्पेक्शन के लिए आ जाते।मीना लाल पहले ही छुट्टी वे जाते और मुझे उनका सामना करना पड़ता।एक बार जनवरी मे इन्सपेक्शन था।भयंकर ठंड।मीना