शुभम - कहीं दीप जले कहीं दिल - पार्ट 39

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"शुभम - कहीं दीप जले कहीं दिल"( पार्ट -३९)रूपा शुभम के साथ बातचीत करने के बाद सोचती है। दिव्या अचानक प्रांजल के साथ क्यों आ रही है? कोई आश्चर्य है? कुछ मिनटों के बाद रूपा ने फिर डॉ. शुभम से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन फोन व्यस्त था। रूपा ने सोचा कि सुबह दिव्या के आने से पहले फोन पर शुभम को सच्चाई बता देनी चाहिए। --------- जब शुभम के क्वार्टर की घंटी बजी तो डॉक्टर शुभम ने फोन रख दिया और दरवाज़ा खोला। वह एक अस्पताल कर्मचारी था. कर्मचारी ने डॉक्टर को देखते ही कहा- 'सर, जल्दी अस्पताल चलिए, वह अस्थिर दिमाग वाली अपराधी लड़की