नफ़रत-ए-इश्क - 29

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रायचंद हाउस, रात का वक्तअभय और समर को छोड़कर बाकी सब टाइमिंग टेबल के पास हाजिर थे । जहां यशवर्धन जी अनिरुद्ध तपस्या और तनु बैठ कर खाना खा रहे थे वहीं चित्रा जी और सरगम वहीं पर खड़े  सब को खाना सर्व कर रहे थे । दोपहर को ऑफिस में जो भी कुछ हुआ था उस वजह से घर का माहौल काफी गर्म था और यशवर्धन जी का मूड भी।चित्रा ची तपस्या को रोटी सर्व करते हुए उसे खोए हुए देखकर बोली "बेटा आपकी तबीयत तो ठीक है ना आप कुछ खा क्यों नहीं रहे हैं?"तपस्या जो अपने एहसास