मंजिले - भाग 17

             मंजिले पुस्तक की कुछ बेजोड़ नमूनो से मार्मिक कहानी भरी हुई मिलेगी.. नाम --------------                     ( लफगा )                        नीचे काफी आ रही सड़क की उत्तराई पे खड़ा था, पता कौन "रत्न लाल " उम्र कोई होंगी सनातनी भाई की बतिस के करीब.... जनाब  के काम कुछ ऐसे थे, घर वालो ने जिसमे बाबू जी फौजी थे जंग मे आपने देश को हमेशा आज़ाद देखने वाले फौजी जिसको वतन की खातिर लड़ते देखा... हक़ के लिए लड़ते