आर्यन की आँखें गुस्से से लाल होती है और वो बहुत ही गुस्से में होता है और अरुण का कॉलर पकड़े रहता है। अरुण भी डर जाता है और डरते डरते बोलता है, "यार देख इसमें मेरी कोई भी गलती नहीं है, कल रात मै तेरे पास ही आ रहा था, तभी मेरे बाप ने मुझे पकड़ लिया और लेक्चर देने लगा और तो और फोन भी छीन लिया, तो फिर मैं क्या कर सकता था "।तब आर्यन बोलता है, "मुझे कल अकेले जाना पड़ा क्लब "।तब अरुण थोड़ा सा दूर होते हुए बोला, "यार तू बोल तो ऐसे रहा