वीरता की गाथा: रानी पद्मावती का बलिदानयह कहानी 13वीं सदी के मेवाड़ की है, जहाँ चित्तौड़गढ़ के किले पर रानी पद्मावती और राजा रतन सिंह का शासन था। रानी पद्मावती अपनी अपार सुंदरता और बुद्धिमत्ता के लिए पूरे भारत में प्रसिद्ध थीं। उनकी सुंदरता की चर्चा दिल्ली के सुल्तान अलाउद्दीन खिलजी तक पहुँच गई।अलाउद्दीन खिलजी ने रानी पद्मावती को पाने की इच्छा जताई और चित्तौड़ पर आक्रमण करने का फैसला किया। उसने किले को चारों ओर से घेर लिया और राजा रतन सिंह को संदेश भिजवाया कि अगर रानी पद्मावती को सौंप दिया जाए, तो वह युद्ध नहीं करेगा।राजा रतन