प्रकृति प्रेम धरती और आकाश की अनकही कहानी

प्रकृति का प्रेम: "धरती और आकाश की अनकही कहानी"यह कहानी है दो अद्भुत शक्तियों की, जो हमेशा एक-दूसरे के बिना अधूरी रही हैं – धरती और आकाश। वे एक-दूसरे से सच्चे प्रेम करते थे, लेकिन कभी भी एक-दूसरे के साथ नहीं मिल पाते थे। उनका प्रेम शाश्वत था, परंतु दूरी हमेशा उनके बीच बनी रही।धरती की कोमलताधरती, अपनी सारी सुंदरता और समृद्धि के साथ, हर प्राणी को जीवन देती थी। उसके आंचल में हरियाली बसी थी, नदियाँ बहती थीं, पेड़-पौधे लहलहाते थे और सभी जीवों को वह अपनी गोदी में खिलने का अवसर देती थी। मगर, उसे हमेशा महसूस होता