...!!जय महाकाल!!...अब आगे.....!!दृशा अपने स्कूल और दर्शित अपने कॉलेज जा चुका था.....द्रक्षता मान्यता के साथ उसके आए केक के.....ऑर्डर पर उसकी मदद कर रही थी.....क्योंकि वो अकेले नहीं कर पा रही थी.....और इस केक के ऑर्डर से उसे बहुत बेनिफिट होने वाला था.....जिससे उस केक को खराब बिल्कुल नहीं होने देना था.....और बहुत सारे केक थे.....उन्हें यह सब करते करते लगभग.....द्रक्षता के होटल जाने का टाइम हो गया था.....पर उन्होंने इतना काम कर लिया था.....कि अब मान्यता खुद कर सकती थी.....द्रक्षता अब होटल आ चुकी थीं.....और अपने काम पर वापस जुट चुकी थी.....होटल मैनेजर उसके पास आकर उसे विआईपी रूम