चुप्पी - भाग - 7

क्रांति का उदास चेहरा और बहते आंसू देखकर मुकेश सर तुरंत ही उसके पास आये और कहा, "क्रांति जीत हार तो इस खेल का हिस्सा है। अरे एक टीम हारती है तभी तो दूसरी जीतती है ना। उदास मत हो इस बार ना सही, अगली बार हम जीतेंगे। मुझे तो इंतज़ार है कि बस अब कुछ ही देर में चयनित छात्राओं में सबसे पहले तुम्हारा नाम पुकारा जाएगा और वही हमारी सबसे बड़ी जीत होगी। अब तुम हमारे राज्य की तरफ़ से खेलोगी और उसके बाद नेशनल लेवल पर भी खेलोगी। क्रांति  फिर हमारे देश के लिए खेल की ट्रॉफी