पति व अन्य लघुकथाएं

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रोज वह घर से स्टेशन पैदल जाता था।लेकिन आज उसे घर से निकलने में देर हो गयी थी।इसलिए घर से बाहर निकलते ही उसने रिक्शा कर लिया था।स्टेशन पहुंच कर उसने समय देखा।ट्रेन आने में अभी5 मिनट शेष थे।टिकट लेकर वह अंदर आया प्लेटफार्म पर एक युवती खड़ी थी।मंझले कद,गोरे रंग की सुंदर युवती को उसने देखा था।मेट्रो आते ही दोनों एक कोच में चढ़ गए।इत्तफाक से दोनों पास पास की सीट पर बैठे थे।कुछ देर तक दोनों के बीच मौन छाया रहा।फिर उस मौन को तोड़ते हुए वह बोला,"मेरा नाम सोहन है।मैं नोएडा में काम करता हूँअपने बारे में