"शुभम - कहीं दीप जले कहीं दिल "( पार्ट -२९)युक्ति का भाई डाक्टर शुभम को बताता है कि मेरे पिताजी के हत्या के बारे में एक चोर पकड़ा जाता है।लेकिन उसने चोरी की है ऐसा कबूल करते कहता है।अब आगे...चोर पुलिस को बताता है कि...लेकिन धीमी रोशनी में मैंने एक हीरे की अंगूठी और आभूषण देखा, जिसे मैंने चुराने की कोशिश की, वृद्ध व्यक्ति ने चाकू निकाला और मुझे धमकी देकर मेरे हाथ से आभूषण खींचने की कोशिश की, फिर चाकू उस व्यक्ति को लग गया।जब उसने पकड़ने के लिए उसका हाथ पकड़ा तो चाकू अपने आप उसे लग गया