रिश्तों की कहानी ( पार्ट -३ )

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"रिश्तों की कहानी"( पार्ट -३) अंतिम रितिका और प्रतीक की बातें होती हैं। रितिका प्रतीक को समझाती है।प्रतीक:-' वह मैं जानता हूं। लेकिन मैं क्या कर सकता हूं? मेरी दोस्त होने के नाते बताओ मैं क्या करूं?'रितिका:-' पहले तुम्हारी मंगेतर का मोबाइल नंबर या उसका ऐड्रेस ले लो और उससे अकेले में मिल कर उसे समझाओं। शादी के लिए जल्दी हां न कहें। बालिग होने के बाद शादी करोगे तो ही अच्छा होगा।'प्रतीक:-' मेरे पास उसका नंबर है। उसने मैसेज करके बताया कि उसे अभी शादी नहीं करनी है। उसे इन्जिनियरिंग करना है, पढ़ना है। शादी के चक्कर में करियर खत्म