स्पर्श की ईच्छा

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वो परेशान था   शरीर उसका सामने पड़ा था वह कुछ भी नहीं कर पा रहा था ,करता कैसे  ?वह शरीर से बाहर निकल चुका था और अब उसको अपने पृथ्वी वाले संबन्दियों और दोस्तों की सिर्फ यादें रह गई थी ,उसके सामने सभी थे पर वो किसी कोई स्पर्श नहीं कर पा रहा था ना कोई आवाज निकल रही थी जैसे उसकी जिह्य  जीभ को किसी ने चिपका दिया हो या लकवा मार दिया हो ।    अपने शरीर को देख देख कर वो परेशान हो रहा था कुछ देर में इसको अग्नि के हवाले कर दिया जाएगा और वो धू