अपराध ही अपराध - भाग 53

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अध्याय 53   पिछला सारांश:  दामोदर के लड़के विवेक ने कार्तिका इंडस्ट्रीज के संस्थापक कृष्णा राज के लड़के जैसे नाटक करने को संतोष को कहा। वह नाटक कर संतोष बंगले में परिवार सहित आ गया। इस समय आई.पी.एस चंद्रमोहन दो पुलिस अधिकारियों के साथ आकर कृष्णा राज को कैद कर लेते हैं।  विवेक को भी कैद करेंगे बोलते ही, विवेक का पता आपको मैं बता दूं तो आप मुझे छोड़ दोगे ऐसा संतोष ने पूछा।  ‘विवेक को तुम कैसे जानते हो?’ऐसा चंद्र मोहन के पूछते ही संतोष की पत्नी सुमति बीच में आकर, संतोष उनका लड़का नहीं है इस बात