जंगल - भाग 3

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 -------------"मुदतों बाद किसी के होने का डर ---" कौन सोच सकता है, वो शख्स जो कभी शिकार नहीं हुआ अजगर का।"हाँ ---" बात कर रहा हुँ, राहुल के आस्तित्व की...माया एक ऐसा जिंदगी मे अल्फाज़ था। न मिटा सकते थे, न पंने पे लिखा रह सकता था।आज गिफ्ट लाया था -------कयो?आज जन्म दिन था। माया था। उसे पसंद था, डेरी मिल्क की कितनी चॉकलेट और गुलाबी कवर गाउन।होटल 219 मे ठहरी थी।"तुम्हे निगाह मे उतार लू, बस यही मुराद है।" माया ने उसकी बाहो मे झूलते कहा।"दीवानो की हालत परवानो जैसी है, शमे आ जला दें। "राहुल ने झटके से