60=== इस प्रकार शुरू हुआ मनु के जीवन का एक और नया अध्याय !जहाँ खुशियों, बिखरने का समय था, संबंधों की चाँदनी में भीगने का समय था, एक दूसरे की आँखों में डूबकर भविष्य के सपने देखने का समय था, वहाँ मनु के सामने पतझड़ आ बिखरा था| आशी वैसी की वैसी---उस पर शादी का कोई प्रभाव नहीं!आशी के पार्टी से चले जाने के बाद बहनों ने खूब नाचना-गाना किया| जो भी था दीना अंकल और सब लोगों ने मिलकर इतनी सुंदर पार्टी सजाई थी, उसमें बेरौनकी हो, बहनों को यह बिलकुल भी मंजूर नहीं था| दोनों बहनें अपने इकलौते