आम आदमी

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सर्दी के कारण आज शरीर में थोड़ी हरारत, इस लिए चारपाई से उठने का मन नहीं किया। रजाई ओढ़ कर मैं अपने भविष्य के बारे में सोच ही रहा था कि कमरे के गेट पर थपटाफाहट हुई।,, न जाने कौन होगा, इतनी सर्दी में,,। बड़बड़ाते हुए कहा मैने,, होगा कौन, कोई कर्जे वाला होगा,,। खुद को खुद ही जवाब देते हुए मैं चारपाई से उठ कर धीमी चाल से गेट तक आया, इस बीच दोबारा गेट पर खट खट हो गई।,, आ रहा हूं भाई,,। और मैने गेट खोल दिया, देखा कि सामने कमरे का मालिक खड़ा था।,, क्या कर