कहानी - जेनरेशन गैप “ नेहा बेटी , मेरा कहना मान लो , तेरे पापा कभी भी इस रिश्ते के लिए तैयार नहीं होंगे . यह बात तुम भी अच्छी तरह से जानती हो . मैं चाह कर भी इस मामले में तुम्हारी मदद नहीं कर सकती हूँ . “ तरला ने अपनी बेटी से कहा “ मम्मी , तुम्हें तो पता है हम दोनों एक दूसरे को कितना चाहते हैं . राजन से तुम मिल भी चुकी हो , कितना अच्छा लड़का है .अगर हमारी जाति का नहीं है तो क्या हुआ . अच्छी नौकरी