बड़ों को चरण स्पर्श और छोटों को प्यार आर0 के0 लाल आज रमेश के कॉलेज का वार्षिकोत्सव था पूरा ऑडिटोरियम खचाखच भरा हुआ था उसमें स्टूडेंट्स के साथ उनके पेरेंट्स ग्रैंडपेरेंट्स भी उपस्थित थे। मंच का संचालन स्वयं रमेश कर रहा था।रमेश ने कहा आज हमारे बड़े-बूढे और युवा-पीढ़ियों के बीच जेनरेशन गैप बहुत बढता जा रहा है जिसका कुप्रभाव पूरे समाज पर पड़ रहा है। आप तो जान ही रहें हैं कि अब मैं बच्चा नहीं हूँ, कॉलेज के फाइनल ईयर में पहुंच गया हूँ, मगर मेरे घर के बड़े-बुजुर्ग अक्सर हमें खरी-खोटी सुनाते रहते हैं। कहते रहते हैं