दो अज़नबी

  • 5k
  • 2.1k

"दो अजनबी!" आज बारिश इतनी तेज थी कि रास्ते भी नजर नहीं आ रहे थे, मगर एक परेशान सा पच्चीस- छब्बीस साल का लड़का जो एक पुराना सा स्कूटर लुढ़काते हुए बारिश के पानी में बुरी तरह भीगा हुआ एक खाली और सुनसान रास्ते पर चला जा रहा था। इस वक़्त रात के ग्यारह बज रहे थे, मन ही मन वो अपने भगवान से सिर्फ ये गुहार लगा रहा था कि वो इस झमाझम बरसती बरसात को कुछ देर के लिए रोक दे, मगर न तो भगवान ने उसकी कभी सुनी थी और न ही वो आज कुछ सुनने के