लेखन की दुनिया बड़ी जटिल है |इस दुनिया में सबकी अपनी-अपनी महत्वाकांक्षाएँ हैं |सबके अपने लक्ष्य हैं |सब नंबर वन पर आना चाहते हैं ,जिसके लिए वे कई प्रकार का खेल खेलते हैं ,गोटियाँ चलते हैं और चौपड़ बैठाते हैं |एक अनाम लेखिका के कुछ अनुभव एक -वह भी आम था और कभी उसकी आम टोली में शामिल था,पर एक दिन वह दिल्ली गया और खास हो गया |खास बनने के लिए उसने क्या-क्या किया ,यह वही जाने |उसका रास्ता शार्टकट था |युवा था ...सुंदर था ...कोमल था ...लिखना-पढ़ना भी जानता था |अब वह कोई स्त्री होता तो तुरत उसके