एक अनोखा रिस्ता। - 6

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राजाराम से मिली अपनी माँ की डायरी को राज पढना शुरू करता है।डायरीवेसे मुझे लिखने का शोक नहीं लेकिन मेरी जिंदगी में आज एक नई शुरुआत हुई और इसलिए आज से लिखने के भी चाहत बढ गई।आज मेरा कॉलेज का पहला दिन था मै थोड़ी घबराही हुई थी और बहुत खुश भी थी क्योंकि कॉलेज लाईफ में जो आगई थी।आज जो मेरा कॉलेज का पहला दिन था तो मेरे भाई मुझे छोड़ने के लिऐ कॉलेज गए थे,लेकिन कॉलेज में लड़को का ऊटपटांग फैशन देखकर और उनकी हरकतों को देखकर बोल बैठे कि बच्ची तुमने तो कहा था ये शहर का