बाहर गली में बच्चे खेल रहे थे। चौंकिए मत!आप कहेंगे कि बच्चे बाहर कब खेलते हैं, वो तो मोबाइल हाथ में लेकर घर के भीतर ही खेलते हैं। नहीं, ये आज की बात नहीं है। बरसों पुरानी बात है। तो बाहर गली में बच्चे खेल रहे थे। बच्चों का खेल भी मज़ेदार था। कुछ बच्चे काग़ज़ की कतरनों को चिपका कर कोई पुतला बनाने की कोशिश कर रहे थे तो कुछ रंग- रोगन से उसे सुंदर बनाने में जुटे थे। कोई सड़क पर उस जगह की सफ़ाई में जुटा था जहां ये पुतला खड़ा किया जाने वाला था। कुछ बच्चे