तीन शराबी लेखक - जी शिवशंकर दिल्ली के सरकारी दफ्तरों के बहुत सारे कमरे शाम 6 बजे के बाद मेकशिफ्ट बार में बदल जाते हैं । चपरासी पांच साढ़े पांच बजते-बजते अद्धा, पव्वा या पूरी बोतल के साथ नमकीन, सलाद, आलू टिक्की, उबले अंडे या मीट के स्नैक्स लेने मार्केट की तरफ रवाना हो जाते हैं । समय की कीमत होती है ये पीने वालों से बेहतर कौन जानता है । 6 बजे तक महफिल सज जाती तो 7-7:30 तक निबटकर दफ्तर से निकलना हो जाता है । ये महफिलें सुविधानुसार विभिन्न कमरों में सजी होतीं हैं । फिर चाहे दिल्ली