पहली माचिस की तीली अध्याय 15 सुबह के 7:00 बजे। तकिए के पास रखा सेल फोन धीरे से बजा, आधी नींद में रहने वाले सरवन पेरूमाल कर बैठे मोबाइल को कान से लगाया। "कौन...?" "साहब... मैं सुंदरपंडियन...." "क्या है..? "सुरेश, कमल कुमार और एल्बोस के डेड बॉडीयों को डिस्पोज करने की बात बाहर आ गई। पुलिस बॉडी को खोद के निकाल कर मोर्चरी में लेकर गई।" "यह बात कैसे बाहर आई ?" "बॉडी को डिस्पोज करते समय कोई शिकारी ने देख लिया। वे एक मिलिट्री के रिटायर्ड आदमी हैं।" "ऐसा है तो पुलिस इस समय फॉरेस्ट के अंदर चली गई