आज आकाश, शुचि, भूमि, समीर और सलिल ने क्षितिज के घर पर मिलना तय किया। बाकी सारे मित्र समय पर पहुँच गए पर समीर को आने में काफी देर लग गयी। उसके आते ही आकाश ने उससे पूछा, "कितनी देर लगा दी तुमने, समीर?" "अरे क्या बताऊँ आकाश, मैं पिछले दो घंटे से ट्रैफिक में फंसा हुआ था। हॉर्न्स की आवाज़ और गाड़ियों के धुंए ने मेरी हालत ख़राब कर दी। जिस रास्ते से मैं आ रहा था वहां एक बहुत बड़ी फैक्ट्री आती है, उसकी चिमनी से ऐसी गैस निकल रही थी की मेरा दम घुटने लग गया। देखो,