बेहया के फूल

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'सुनिए, आप जहां भी हैं, वहां से जल्दी आ जाइए!' फोन पर पत्नी वैदेही की अकुलाहट भरी आवाज़ सुनकर मनोहर चौंक गए। पूछने पर पता चला कि मंजू का आकस्मिक निधन हो गया है। मंजू, यानी अल्हड़ कैशोर्य की करीबी दोस्त। मनोहर ने झटपट कहा, 'बहुत व्यस्तता है। आज नहीं आ सकता।' वैदेही ने महसूस किया कि मनोहर की आवाज़ में बनावटी रूखापन तो है, लेकिन हकीकत में उनकी ज़ुबान लरज रही है। भरी आंखों और रुंधे गले के साथ मनोहर से कुछ बोला ना गया। उन्होंने फोन काट दिया और गुजरे दिनों में खो गए।मनोहर चौबे के घर के