घर की मुर्गी - पार्ट - 4

(60)
  • 8.2k
  • 4.2k

अब राशि की हर सुबह इन्ही सब मे कब बीत जाता उसे महसूस भी ना होता। ऊपर से शकुंतला जी हर बात पर ये कहती ये घर अब सिर्फ तुम्हारा है। इसे तुम्हे ही अब सवारना है। राशि बिना जवाब दिए काम करती रहती। रोज जब हर कोई सोता रहता तभी राशि की सुबह हो जाती।देवर का कॉलेज, पतिदेव का आफिस,ननद का स्कूल, और सुबह का सबका नाश्ता।हर रोज राशि अपने परिवार के लिए जल्दी उठती और अपने कार्य मे जुट जाती। अब आप कहेंगे इसमें नया क्या है? यह तो हर गृहिणी की कहानी है। जिसकी दिनचर्या ही परिश्रम