जिवन का अंत

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आदरणीय पाठकों मेरा सादर प्रणाम आप सबके लिए एक कहानी लिख रहा हूं। अच्छा लगे तो मेरा मनोबल बढ़ाने की कृपा करें।आइए कहानी की ओर चलतें है। यह कहानी गांव की एक सिधी साधी भाभी की है।जिनका नाम निर्मला था वह बहुत मिलनसार और मृदुल स्वभाव की थी।उनका स्नेह और प्यार आज भी हमें भावुक कर देता है।उनकी तारीफ कैसे करूं मेरे पास शब्द कम पड़ जाएंगे। बहुत अच्छी औरतों में उनकी गिनती होती थी। उनकी दो लड़कियां और तिन लड़के थे सबसे बड़ी एक लड़की थी जिसकी उम्र यही कोई 14 साल की होगी उस समय और बच्चे काफी