कहानी ‘शम्मा दुलदुल वाला’ रामगोपाल भावुक शम्मा का पूरा नाम तो श्यामलाल धानुक है। लेकिन लोग उसे शम्मा बरार के नाम से पुकारते हैं। वह शादी-ब्याह में पैत्रिक सम्पति के रूप में प्राप्त हुई तुरही बजा आता है। इससे जो कुछ मिलता है उसीसे गृहस्थी ढकेलना पड़ती है। पत्नी यमुना प्रसव के काम में प्रवीण होगई है। गाँव में किसी के यहाँ बच्चा हुआ कि तत्काल बुलाओ यमुना को। और यमुना अपने बाल-बच्चे छोड़कर उसके दरवाजे से तब तक नहीं हटेगी जब तक जच्चा के बच्चा नहीं हो जाता। सारा नर्क साफ करने के बाद ही वह घर वापस आ